दक्षिण-पूर्व दिशा "दक्षिण दिशा" एवं "पूर्व दिशा" के मध्य की स्थिति होती है । इस दिशा को "अग्नेय-कोण" भी कहते हैं । हिन्दू धर्म-शास्त्रों के अनुसार यह 'अग्नि-देव' की दिशा होती है जोकि 'अग्नि तत्व' के स्वामी हैं । |
25 нояб. 2022 г. · दक्षिण दिशा की भूमि से बढ़ा हुआ या कटा हुआ भूखंड अशुभ माना जाता है। यह चिंता और बेचैनी का कारण बनता है। इसी तरह कपल्स को इस दिशा में कमरा शेयर करने से बचना चाहिए। नहीं तो इनमें मतभेद हो सकता है। घर की ... |
15 окт. 2024 г. · दक्षिण पूर्व दिशा क्या दर्शाती है? ... वास्तु शास्त्र पाँच तत्वों पर आधारित है - पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और अंतरिक्ष। दक्षिण-पूर्व को अग्नि तत्व की दिशा माना जाता है। चूँकि इस दिशा में अग्नि तत्व होता है, इसलिए ... |
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