26 мар. 2023 г. · राजनीति करें घमंड की बात तभी तो हो गया सब कुछ बर्बाद · राजनीति की स्याही कितनी है काली? · राजनीति के अनेक रूप जिसमे बैठे है बहुत से भूत जी हाँ दोस्तों एक अलग अंदाज में है, आपके लिए 63 राजनीति पर कटाक्ष ... |
कविताओं के ज़रिए राजनीति पर दिनकर के 15 प्रहार · 1. सावधान रखते स्वदेश को और बढ़ाते मान भी, · 2. तुम्हें बताऊँ यह कि कूटनीतिज्ञ कौन है? · 3. लगा राजनीतिज्ञ रहा अगले चुनाव पर घात, · 4. हो जाता नरता का तब इतिहास बड़ा, · 5. |
काव्य डेस्क · दुष्यंत कुमार यहां तो सिर्फ गूंगे और बहरे लोग बसते हैं · दुष्यंत कुमार कच्चे मकान जिनके जले थे फ़साद में · नईम जज़्बी जंग में कत़्ल सिपाही होंगे · मौज रामपुरी घरों पर नाम थे नामों के साथ ओहदे थे · बशीर बद्र शायद मुझे निकाल कर ... |
राजनीति मानव-जीवन से इसके अभिन्न संबंध और महत्त्वपूर्ण प्रभाव के कारण विचार और चिंतन का प्रमुख तत्त्व रही है। इस रूप में कविताओं ने भी इस पर पर्याप्त बात की है। प्रस्तुत चयन में राजनीति विषयक कविताओं का एक अनूठा संकलन किया ... |
4 мая 2023 г. · राजनीतिक व्यंग्य शायरी | भ्रष्ट नेताओं पर शायरी – भारतीय राजनीतिक चेतना का अस्तर बहुत ही गिरा हुआ है. ... सच कहूँ दोस्तों, तो अब मेरा भी फिसलता बड़ा जुबान है. राजनीति पर व्यंग्य. |
11 окт. 2020 г. · जय श्री राम जब क़दम थक जाते है तो हौसला साथ देता है। पर जब पूरी दुनियां मुंह फेर ले तब ऊपर वाला साथ देता है। स्वस्थ एवं मस्त रहें। |
सियासत पर शायरी एक मानी. में सियासत की मनफ़ी सूरतों का बयानिया है। एक तख़्लीक़-कार अपने आस पास बिखरी हुई दुनिया से बा-ख़बरी की जिस गहरी सतह पर ... Не найдено: वर्तमान | Нужно включить: वर्तमान |
Оценка 3,4 (526 000) · Бесплатно · Android नारायणी साहित्य अकादमी की मासिक काव्य गोष्ठी गोविंदपुरी में शुक्रवार को आयोजित की गई। कवि प्रकाश मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी में अतिथि कवियों के साथ ही शहर के कई रचनाकारों ने काव्यपाठ किया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि निशा नंदिनी गुप्ता थीं। |
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