एक अन्य परिभाषा के अनुसार, "सहृदय के हृदय में स्थित ... जिस रचना में नायक और नायिका के विरह का वर्णन हो वहाँ वियोग श्रृंगार रस होता है। |
3 февр. 2022 г. · वियोग श्रृंगार तब होता है जब बहुत ही प्रिय वस्तु या व्यक्ति से दूरी हो जाए तब वियोग उत्पन होता है। वियोग श्रृंगार रस भी है इसे नायक नायिका के बिछड़ने के विरह का वर्णन किया जाता है। जब आत्मा को परमात्मा ... |
14 нояб. 2024 г. · मुख्यत श्रृंगार रस को संयोग तथा विप्रलंभ/वियोग के नाम से दो भागों में विभाजित किया जाता है, किंतु धनंजय आदि कुछ विद्वान् विप्रलंभ के पूर्वानुराग भेद को संयोग-विप्रलंभ-विरहित पूर्वावस्था मानकर अयोग की संज्ञा देते हैं तथा ... |
6 дек. 2019 г. · कवि बिहारी का दोहा वियोग रस बताता है · नायिका अपने प्रियतम की जुदाई की आग में इस कदर जल रही है कि उसे शीतल करने के लिए उस पर डाला गया गुलाब जल बीच में ही सूख कर उड़ जाता है. · यहां वियोग की मारी ... |
वियोग श्रृंगार रस के 5 उदाहरण ... इत लखियत यह तिय नहीं उत लखियत नहि पीय। आपुस माँहि दुहून मिलि पलटि लहै हैं जीय॥951॥ ... पुनि वियोग सिंगार हूँ दीन्हौं है समुझाइ। ताही को इन चारि बिधि बरनत हैं कबिराइ॥952॥ इक पूरुब अनुराग अरु ... |
7 окт. 2019 г. · वियोग श्रृंगार रस ... जहां पर नायक-नायिका का परस्पर प्रबल प्रेम हो लेकिन मिलन न हो अर्थात नायक-नायिका के वियोग का वर्णन हो वहां पर वियोग रस होता है। वियोग श्रृंगार रस का स्थायी भाव ... |
Novbeti > |
Axtarisha Qayit Anarim.Az Anarim.Az Sayt Rehberliyi ile Elaqe Saytdan Istifade Qaydalari Anarim.Az 2004-2023 |