विरक्ति का अर्थ है किसी वस्तु विशेष में रुचि न रह जाना। अनुक्रम. 1 उदाहरण; 2 मूल; 3 अन्य अर्थ; 4 संबंधित शब्द. 4.1 हिंदी में; 4.2 अन्य भारतीय भाषाओं में निकटतम शब्द. उदाहरण. |
विरक्ति NOUN · अनुराग का अभाव । चाह का न होना । जी का हटा रहना । विराग । विमुखता । · उदासी- नता । · अप्रसन्नता । खिन्नता । |
22 янв. 2020 г. · जब आसक्ति, मोह, प्रेम, अनुराग, लगाव, लीनता या लिप्तता ख़त्म हो जाते हैं तो उसे ही विरक्ति या विराग कहते हैं। जब यह विराग सांसारिक सुख-भोगों से मन भर जाने के कारण उनकी ओर प्रवृत्ति न रह जाने की अवस्था या ... |
१. अनुराग का अभाव । चाह का न होना । जी का हटा रहना । विराग । विमुखता । · २. उदासी- नता । · ३. अप्रसन्नता । खिन्नता । |
विरक्ति का हिंदी अर्थ · किसी के प्रति प्रेम, सहानुभूति आदि न रह जाने का भाव · उदासीनता; खिन्नता · अनुरागहीनता। |
22 февр. 2021 г. · विरक्ति साधन है वैराग्य साध्य, विरक्ति कारण है, वैराग्य परिणाम, विरक्ति आधारशिला है वैराग्य की । विरक्ति के अभाव में वैराग्य संभव नहीं। वैराग्य पाने के लिए विरक्ति एक अनिवार्य अर्हता होती है, नही तो विरक्ति ... |
विरक्त की परिभाषाएं और अर्थ हिन्दी में. विरक्त ADJ. जो अनुरक्त न हो । जिसका जो हटा हो । जिसे चाह न हो । विमुख । जैसे,—ऐसी बातों से वे सदा विरक्त रहते हैं । जो कुछ प्रयोजन न रखता हो । उदा- सीन । अप्रसन्न । खिन्न । |
विरक्त का हिंदी अर्थ · जो अनुरक्त न हो, जिसका जी हटा हो, जिसे चाह न हो, जिसकी किसी पर आसक्ति न रह गई हो, विमुख · जिसने सांसारिक वस्तुओं तथा सुखों के प्रति राग अथवा आसक्ति बिलकुल छोड़ दी हो, सांसारिक प्रपंचों, बंधनों आदि से परे ... |
Definition of विरक्ति. स्त्री० [सं० वि√रञ्ज् (राग करना)+क्तिन्] १. विरक्त होने की अवस्था या भाव। २. मन में अनुराग या चाह रहने की अवस्था या भाव। ३. सांसारिक बात की ओर से मन हटाना। वैराग्य। ४. |
3 мая 2013 г. · विरक्ति का अर्थ है किसी वस्तु विशेष में रुचि न रह जाना। ... मूल. विरक्ति मूलतः संस्कृत शब्द है। अन्य अर्थ. वैराग्य ... |
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