सम्पादित करें. किसी वस्तु के द्रव्यमान और वेग के गुणनफल को संवेग (momentum) कहते हैं: ... रेखीय संवेग का संरक्षण का नियम (law of conservation of linear momentum) प्रकृति का मूलभूत सिद्धान्त है। |
दो वस्तुओं के संवेग का योग टकराने के पहले और टकराने के बाद बराबर रहता है जबकि उन पर कोई असंतुलित बल कार्य न कर रहा हो | इसे संवेग संरक्षण का नियम कहते हैं | |
संवेग को न ही उत्पन्न किया जाता है ना ही नष्ट किया जाता है यह केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। m1u1 +m2u2 =m1v1 + m2v2. |
संवेग संरक्षण का नियम (Law of conservation of momentum)-जब दो (या दो से अधिक) वस्तुएँ एक-दूसरे पर क्रिया करती हैं, तो उनका कुल संवेग सदा समान रहता है, जब तक कि कोई बाहरी बल उन पर क्रिया नहीं करता ... |
संवेग संरक्षण का नियम इस नियम के अनुसार “एक या एक से अधिक वस्तुओं के निकाय ( system ) पर कोई बाहरी बल नहीं लग रहा हो , तो उस निकाय का कुल संवेग नियत रहता है , अर्थात् संरक्षित रहता है। ” इस कथन को ही संवेग ... |
अवधारणा: न्यूटन के तीसरे नियम के अनुसार किसी पिंड के संवेग परिवर्तन की दर दूसरे पिंड के संवेग परिवर्तन की दर पहले पिंड के संबंध में ऋणात्मक होती है; न्यूटन के दूसरे नियम के अनुसार संवेग परिवर्तन की दर लागू बल के समानुपाती ... |
3 дек. 2019 г. · इस नियम के अनुसार "एक या एक से अधिक वस्तुओं के निकाय पर कोई बाहरी बल नही लग रहा हो तो उस निकाय का कुल संवेग नियत रहता हैं अर्थात संरक्षित रहता हैं।" > इसे ही संवेग संरक्षण का नियम कहते है। |
Detailed Solution ... स्पष्टीकरण: संवेग संरक्षण का नियम: एक पृथक प्रणाली में दो वस्तुओं के बीच होने वाली संघट्ट के लिए, संघट्ट से पहले दो वस्तुओं का कुल संवेग संघट्ट के बाद दो वस्तुओं के कुल संवेग के बराबर होता है। |
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