q. विद्युत क्षेत्र के प्रत्येक बिंदु पर 9 आवेश के, किसी कण में एक निश्चित स्थिरवैद्युत स्थितिज. ऊर्जा होती है तथा कण पर किया गया यह कार्य इसकी स्थितिज ऊर्जा में इतनी वृद्धि कर देता है. जो R तथा P बिंदुओं के बीच स्थितिज ऊर्जा के ... |
एक निश्चित आवेश वितरण में, शून्य विभव वाले सभी बिंदुओं को एक वृत्त S द्वारा जोड़ा जा सकता है। S के अंदर स्थित बिंदुओं में धनात्मक विभव है और S के बाहर स्थित बिंदुओं में ऋणात्मक विभव है। एक धनात्मक आवेश, जो गति करने के लिए ... |
Complete Solutions to आंकिक प्रश्न of chapter स्थिर विद्युत विभव तथा धारिता of Class 12 book with complete answers and questions · एक चालक को 10 - 6 कॉलम आवेश देने पर उसका विभव 100 ... |
अतः , विद्युत क्षेत्र में एकांक धनात्मक आवेश को अनंत से एक बिंदु तक लाने में किया गया कार्य विद्युत विभव (उस बिंदु पर) कहलाता है। * विद्युत विभव एक अदिश राशि है। * विद्युत विभव का SI मात्रक जूल/कूलम्ब है। जिसे वोल्ट (V) ... |
दो बिंदु आवेश +q तथा -2q एक-दूसरे से d दूरी पर स्थित हैं । दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा पर ऐसे बिंदुओं की स्थिति ज्ञात कीजिए जहाँ पर आवेशों के इस निकाय के कारण विभव शून्य हो । |
उत्तर: – स्थिर वैद्युत परिरक्षण किसी खोखले अथवा ठोस आवेशित चाल को दिया गया आवेश उसके पृष्ठ पर ही रहता है। अतः इसके वैद्युत क्षेत्र की वैद्युत बल रेखाएँ चालक के अन्दर प्रवेश नहीं करती हैं। अतः किसी वैद्युत उपकरण को बाह्य ... |
1. यदि समरूप विधुत क्षेत्र Z-अक्ष के अनुरूप हो तो समविभव होगा : · 2. प्रत्येक r त्रिज्या तथा qआवेश से आवेशित आठ छोटे बूंदों को मिलाकर एक बड़ा बूंद बनाया जाता है तो बड़े बूंद की स्थितिज ऊर्जा प्रत्येक छोटे बूंद की तुलना में – · 3. |
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